01 सरस्वती माता की पूजा कैसे की जाती है( How to Celebrate)

 01 सरस्वती माता की पूजा कैसे की जाती है

सरस्वती पूजा की विधि

1  फरवरी वसंत पंचमी के दिन प्रात:काल स्नान आदि से निवृत होकर साफ पीले या सफेद रंग का वस्त्र पहन लें. ...

 2 अब पूजा स्थान पर मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर को स्थापित कर दें. ...

3 अब मां सरस्वती को गंगाजल से स्नान कराएं. ...

4 बेसन के लड्डू या बर्फी या फिर पीले रंग की कोई भी मिठाई का भोग लगाएं



02 मां सरस्वती को खुश कैसे करें?

मां सरस्वती को केसर अथवा पीले चंदन का तिलक अर्पण करने के बाद इसी चंदन को अपने माथे पर प्रसाद के रूप में अवश्य धारण करें. मान्यता है कि पूजा का उपाय करने पर साधक पर शीघ्र ही मां सरस्वती की कृपा बरसती है. मान्यता है कि किसी भी देवी या देवता की साधना तब तक अधूरी रहती है, जब तकि उनकी पूजा में नैवेद्य न चढ़ा दिया जाए.

03 क्या सरस्वती पूजा के दिन पढ़ाई करनी चाहिए?

इसलिए सरस्वती पूजा के दिन बच्चों का शिक्षा आरंभ संस्कार करना चाहिए और उनसे ॐ शब्द लिखवाना चाहिए।

04 सरस्वती पूजा करने से क्या होता है?

कहते हैं कि इससे ज्ञान और बुद्धि के वरदान की प्राप्ति होती है। 3. पीले रंग की मिठाई का भोग- मां सरस्वती की पूजा विधि-विधान से करने के बाद उन्हें पीले रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए। ऐसे में मां सरस्वती को बेसन का लड्डू या बूंदी अर्पित की जा सकती है।                                                                                                        

05 बसंत पंचमी पर छात्र क्या करते हैं?

उत्सव को और भी खास बनाने के लिए, लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और केसर हलवा या केसर के साथ मीठे चावल का स्वाद लेते हैं । पीले रंग के फूल पवित्र देवताओं को चढ़ाए जाते हैं। बसंत के मौसम का स्वागत करने के अलावा, बसंत पंचमी देवी सरस्वती के जन्मदिन का भी प्रतीक है।                                                          


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